5 Easy Facts About shiv chalisa lyrics in gujarati Described
अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन छार लगाये ॥पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अवि
अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन छार लगाये ॥पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥अर्थ- हे अनंत एवं नष्ट न होने वाले अवि